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Kangana Ranaut Eat Beef?: क्या सच में गौमांस खाती हैं कंगना रनौत?कांग्रेस नेता ने सबूत के साथ कहा ऐसा

लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. बीजेपी और कांग्रेस जोर-शोर से प्रचार में जुटी हुई हैं. वहीं,हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी ने कंगना रनौत को मैदान में उतारा है. जिसके बाद कांग्रेस लगातार तीखे हमले कर रही है.

नई दिल्ली,Kangana Ranaut Eat Beef? लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. बीजेपी और कांग्रेस जोर-शोर से प्रचार में जुटी हुई हैं. वहीं, राजनीतिक बयानबाजी भी साफ नजर आ रही है. हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी ने कंगना रनौत को मैदान में उतारा है. जिसके बाद कांग्रेस लगातार तीखे हमले कर रही है. इस बीच कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कंगना ने हाल ही में कहा कि वह बीफ खाती हैं। बीजेपी ने गौमांस खाने वालो को उम्मीदवार बनाया है।

कंगना रनौत ने दी सफाई मामले को बढ़ता देख बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर बड़ा खुलासा किया है

कंगना ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘मैं बीफ या किसी भी तरह का रेड मीट नहीं खाती। यह बेहद शर्मनाक है कि मेरे बारे में बिना किसी आधार के अफवाहें फैलाई जा रही हैं।’ मैं दशकों से योगिक और आयुर्वेदिक जीवनशैली की वकालत और प्रचार कर रहा हूं। इसलिए मेरी छवि खराब करने की ये कोशिश बिल्कुल नहीं चलेगी. लोग अच्छी तरह जानते हैं कि मैं एक गौरवान्वित हिंदू हूंकोई भी उन्हें गुमराह नहीं कर सकता है। जय श्री राम।’

क्या है पूरा मामला

दरअसल, कंगना ने 24 मई 2019 को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की थी। इसमें उन्होंने कहा था,’बीफ या दूसरा कोई भी मांस खाने में कोई बुराई नहीं है। यह धर्म के बारे में नहीं है! यह किसी से छिपा नहीं है कि 8 साल पहले मैंने शाकाहार को अपनाकर एक योगी का रास्ता चुना था। मैं सिर्फ एक धर्म में विश्वास नहीं करती हूं।’ उन्होंने आगे कहा था कि इसके ठीक विपरीत मेरा भाई मांस खाता है।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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